गुरुवार, 21 जनवरी 2021

लेखाशास्त्र कक्षा 12 , अध्याय 3 B, साझेदारी फर्म का पुनर्गठन, साझेदार का...


लेखाशास्त्र कक्षा 12 , अध्याय 3 B, साझेदारी फर्म का पुनर्गठन, साझेदार का प्रवेश 

नमस्कार, मैं रामावतार कुमावत आपका स्वागत करता हूँ 

प्रश्न 1- कुछ समय पश्चात प्रतिष्ठा और विस्तृत व्यवसाय संबंधों का लाभ किसे प्राप्त होता है?
उत्तर - सुस्थापित व्यवसाय को,

प्रश्न 2 - सुस्थापित (पुराना) व्यवसाय किस व्यवसाय की तुलना में अधिक लाभ कमाता है?
उत्तर - नये स्थापित व्यवसाय की तुलना में,

प्रश्न 3 - नए स्थापित व्यवसाय की तुलना में सुस्थापित (पुराने) व्यवसाय को प्राप्त होने वाले अधिक लाभ के मौद्रिक मूल्य को क्या कहते हैं?
उत्तर - ख्याति कहते हैं। 

प्रश्न 4 - एक आभासी परिसम्पति किसे समझा या माना जाता है?
उत्तर - ख्याति को,

प्रश्न 5 - किसी व्यवसाय की प्रसिद्धि का मूल्य क्या कहलाता है?
उत्तर - ख्याति, 

प्रश्न 6 - किसी व्यवसाय में लगी हुई अन्य इकाईओं द्वारा अर्जित किए गए सामान्य लाभ की अपेक्षा अधिक लाभ अर्जित कौन करता है?
उत्तर - ख्याति,

प्रश्न 7 - कौनसा भुगतान एक व्यक्ति को अधिक लाभ प्राप्त करने की स्थिति में पंहुचा देता है?
उत्तर - ख्याति की राशि का भुगतान, 

प्रश्न 8 - व्यक्ति अपने प्रयत्नों से भी अधिक लाभ कब प्राप्त कर सकता है?
उत्तर - ख्याति की राशि का भुगतान करके,  

प्रश्न 9 - ख्याति कब विद्यमान होती है?
उत्तर - सामान्य लाभों से अधिक लाभ अर्जित करने की स्थिति में, 

प्रश्न 10 - सामान्य से कम लाभ होने की स्थिति में फर्म में कौनसा अभाव समझा जाता है?
उत्तर - ख्याति का अभाव ,

प्रश्न 11 - ख्याति के मूल्य को प्रभावित करने वाले घटक कौन-कौनसे हैं?
उत्तर - 1. व्यवसाय का स्वरूप,
2. स्थान,
3. प्रबंध निपुणता,
4. बाजार की स्थिति तथा 
५. विशेष लाभ आदि ख्याति के मूल्य को प्रभावित करते हैं। 

प्रश्न 12 - फर्म द्वारा मूल्य वृद्धि उत्पादों का उत्पादन करने से किसकी वृद्धि होती है?
उत्तर - ख्याति के मूल्य की,

प्रश्न 13 - फर्म द्वारा उत्पादित उत्पादों की मांग स्थिर रहने का क्या परिणाम होता है?
उत्तर - ख्याति के मूल्य में वृद्धि होती है। 

प्रश्न 14 - फर्म द्वारा अधिक लाभ कमाने का परिणाम क्या होता होता है?
उत्तर - ख्याति के मूल्य में वृद्धि,

प्रश्न 15 - व्यवसाय का केंद्रीय स्थान पर स्थित होना या उस स्थान पर होना जहाँ पर ग्राहकों की भीड़ अधिक होती है,तो परिणाम क्या होता है?
उत्तर - ख्याति का मूल्य बढ़ने लगता है। 

प्रश्न 16 - एकाधिकार, सीमित प्रतियोगिता के कारण अधिक लाभ अर्जन करने से ख्याति के मूल्य में वृद्धि करने वाला घटक कौनसा है?
उत्तर - बाजार की स्थिति,
 
प्रश्न 17 -  आयात लाइसेंस, बिजली की निम्न दर व निरन्तर आपूर्ति का आश्वासन, माल पूर्ति के दीर्घकालीन ठेके, सुप्रसिद्ध सहयोगी, पेटेंट, व्यापारिक चिह्न आदि से विशेष लाभ प्राप्त होना ख्याति के मूल्य को प्रभावित करने वाले कौनसे घटक हैं?
उत्तर - विशेष लाभ वाले घटक हैं। 

प्रश्न 18 - सामन्यतः ख्याति के मूल्यांकन की आवश्यकता कब होती है?
उत्तर - व्यवसाय के विक्रय के समय,

प्रश्न 19 - साझेदारी फर्म के संदर्भ में ख्याति के मूल्याङ्कन की आवश्यकता कब होती है?
उत्तर - 1. वर्तमान साझेदारों के बीच लाभ विभाजन अनुपात में परिवर्तन होने पर, 
2. नए साझेदार का प्रवेश होने पर,
3. साझेदार के सेवानिवृत होने पर,
4. साझेदार की मृत्यु होने पर,
5. फर्म के विघटन, चालू  व्यवसाय के रूप में फर्म की बिक्री के समय और 
6.साझेदारी फर्म के एकीकरण के समय, ख्याति के मूल्याङ्कन की आवश्यकता होती है। 

प्रश्न 20 - ख्याति के मूल्य की वास्तविक गणना करना कठिन क्यों है?
उत्तर - क्योंकि ख्याति एक आभासी परिसम्पति होती है। 

प्रश्न 21 - आभासी परिसम्पति का अर्थ क्या है?
उत्तर - जिसे देखा या छुआ नहीं जा सके, केवल होने का भाव ही आभासी परिसम्पति कहलाती है। 

प्रश्न 22 - ख्याति मूल्यांकन की प्रमुख विधियां कौनसी है?
उत्तर - 1. औसत लाभ विधि,
2. अधिलाभ विधि व 
3. पंजीकरण विधि। 

प्रश्न 23 - पिछले कुछ वर्षों के औसत लाभ को एक निश्चित वर्षों की स्वीकृत संख्या से गुणा करके ख्याति का मूल्यांकन करना कौनसी विधि कहलाती है?
उत्तर - ख्याति मूल्यांकन की औसत विधि कहलाती है। 

प्रश्न 24 - प्रारम्भिक कुछ वर्षों में नया व्यवसाय कोई लाभ अर्जित नहीं करता है परन्तु बाद के वर्षों में करता है तो ख्याति की गणना किस विधि से की जायेगी?
उत्तर - औसत लाभ विधि से,

प्रश्न 25 - सामान्य लाभ पर वास्तविक लाभ का आधिक्य क्या कहलाता है?
उत्तर - अधिलाभ कहलाता है। 

प्रश्न 26 - सामान्य लाभ ज्ञात करने का सूत्र क्या है?
उत्तर - फर्म की पूँजी * प्रतिफल की सामान्य दर /१०० 

प्रश्न 27 - फर्म की पूँजी में किसे शामिल किया जाता है?
उत्तर - साझेदारों की पूँजी, संचय एवं अधिशेष को,

प्रश्न 28 - फर्म की पूँजी किसे शामिल नहीं किया जाता है?
उत्तर - अमूर्त परिसम्पतियों और ख्याति को पूँजी में सम्मिलित नहीं किया जाता है। 

प्रश्न 29 - पूँजी करण विधि में ख्याति का मूल्याङ्कन कितने प्रकार से किया जाता है?
उत्तर - 1. औसत लाभ का पूंजीकरण या 
2. अधिलाभ का पूंजीकरण विधि से,

प्रश्न ३० - व्यवसाय के औसत लाभ को कैसे निश्चित किया जाता है?
उत्तर - पिछले कुछ वर्षों के कार्य सम्पादन के आधार पर,

धन्यवाद!  

शनिवार, 9 जनवरी 2021

लेखाशास्त्र कक्षा 12, - अध्याय 3 A, - साझेदारी फर्म का पुनर्गठन, - साझेद...


लेखाशास्त्र कक्षा 12, - अध्याय 3 A, - साझेदारी फर्म का पुनर्गठन, - साझेदार का प्रवेश  


नमस्कार, मैं रामावतार कुमावत आपका स्वागत करता हूँ। 

प्रश्न 1 - साझेदारी के वर्त्तमान समझौते में किसी भी प्रकार का परिवर्तन क्या कहलाता है?
उत्त्तर - साझेदारी फर्म का पुनर्गठन,

प्रश्न 2 - साझेदारी के वर्त्तमान समझौते का अंत व नये समझौते का निर्माण कब होता है?
उत्तर - साझेदारी फर्म का पुनर्गठन होने पर, 

प्रश्न 3 - साझेदारी फर्म के सदस्यों के मध्य संबंधों में परिवर्तन कब होता है?
उत्तर - साझेदारी फर्म के पुनर्गठन पर,

प्रश्न 4 - साझेदारी फर्म का पुनर्गठन किन परिस्थितियों में होता है?
उत्तर - 1. नए साझेदार का प्रवेश होने पर,
2. लाभ विभाजन अनुपात में अंतर होने पर,
3. साझेदार की सेवा निवृति पर और 
4. साझेदार की मृत्यु या दिवालिया होने आदि पर,

प्रश्न 5 - किसी साझेदारी फर्म को अतिरिक्त पूँजी या प्रबंधकीय सहायता के समय कौनसा परिवर्तन संभव है?
उत्तर - नए साझेदार का प्रवेश, 

प्रश्न 6 - नए साझेदार का प्रवेश किस  प्रावधान के अनुसार संभव है?
उत्तर - साझेदारी अधिनियम 1932 के अनुसार,

प्रश्न 7 -विद्यमान साझेदारों के मध्य लाभ विभाजन अनुपात में परिवर्तन के निर्णय का परिणाम क्या होता है?
उत्तर - साझेदारी फर्म का पुनर्गठन,

प्रश्न 8 - एक साझेदार द्वारा फर्म के व्यवसाय से, उसके अस्वस्थ होने, अधिक आयु होने तथा व्यवसाय में रूचि परिवर्तन के कारण निकल जाने को क्या कहा जाता है?
उत्तर - साझेदार की सेवा निवृति,

प्रश्न 9 - एक साझेदार किसी भी समय साझेदारी फर्म से सेवा निवृति कौनसी साझेदारी में आसानी से ले सकता है?
उत्तर - ऐच्छिक साझेदारी में,

प्रश्न 10 - साझेदार की सेवा निवृति का परिणाम क्या होता है?
उत्तर - साझेदारी फर्म का पुनर्गठन,

प्रश्न 11 - किसी साझेदार की मृत्यु होने पर भविष्य में फर्म के व्यवसाय जारी रखने के लिए क्या किया जाता है?
उत्तर - साझेदारी फर्म का पुनर्गठन, 

प्रश्न 12 साझेदार की मृत्यु या दिवालिया होने का  परिणाम क्या होता है?
उत्तर - साझेदारी फर्म का पुनर्गठन, 

प्रश्न 13 - चालु फर्म में अतिरिक्त पूँजी अथवा प्रबंधकीय सहायता की पूर्ति  के लिए साझेदारी फर्म क्या करती है?
उत्तर - नये साझेदार को प्रवेश देती है। 

प्रश्न 14- एकल स्वामित्व व्यवसाय में नए व्यक्ति का स्वामी के रूप में प्रवेश का परिणाम क्या होता है?
उत्तर - साझेदारी का जन्म होता है। 

प्रश्न 15 - साझेदारी फर्म पुनर्गठित कब होती है?
उत्तर - नए साझेदार के प्रवेश पर, 

प्रश्न16 - नए साझेदार को प्रवेश पर फर्म से कौनसे  दो मुख्य अधिकार मिलते हैं?
उत्तर - 1. फर्म की परिसम्पतियों में भाग लेने का अधिकार तथा 2. फर्म के भावी लाभों में भाग लेने का अधिकार,

प्रश्न 17 - नया साझेदार नगद या अन्य वस्तु के रूप में एक स्वीकृत राशि पूँजी के रूप क्यों लाता है?
उत्तर - साझेदारी फर्म की परिसम्पत्तियों में अधिकार के लिए,

प्रश्न 18 - सामान्यतः नए साझेदार के प्रवेश के समय कौनसे महत्वपूर्ण बिंदु होते हैं?
उत्तर - 1. नया लाभ विभाजन अनुपात,
2. त्याग अनुपात,
2. ख्याति का मूल्यांकन एवं समायोजन, 
4. परिसम्पतियों का पुनर्मूल्यांकन एवं दायित्वों का पुनर्निर्धारण, 
5. संचित लाभों (संचय) का वितरण और साझेदारों की पूँजी का समायोजन आदि हैं। 

प्रश्न 19 - पुराने साझेदारों के लाभ में से अपना भाग कौन प्राप्त करता है?
उत्तर - साझेदारी फर्म में प्रवेश पाने वाला नया साझेदार, 

प्रश्न 20 - पुराने साझेदार अपने लाभ के कुछ हिस्से का त्याग कसके पक्ष में करते हैं?
उत्तर - साझेदारी फर्म में प्रवेश पाने वाले नए साझेदार के पक्ष में,

प्रश्न 21 - नए लाभ विभाजन अनुपात की आवश्यकता कब होती है?  
उत्तर - नए साझेदार के प्रवेश के समय,

प्रश्न 22 - पुराने साझेदारों द्वारा नए साझेदार के पक्ष में अपने लाभ का त्याग क्या कहलाता है?
उत्तर - त्याग अनुपात,

प्रश्न 23 - पुराने साझेदार द्वारा नए साझेदार के पक्ष में किए गए त्याग की गणना किस प्रकार की जाती है?
उत्तर - त्याग = लाभ में पुराना भाग - लाभ में नया भाग 

प्रश्न 24 - पुराने साझेदारों के अधिलाभ में हुई क्षतिपूर्ति के लिए नए साझेदार द्वारा लाई गई अतिरिक्त राशि क्या कहलाती है?
उत्तर - ख्याति या प्रीमियम कहलाती है। 

प्रश्न 25 - नए साझेदार के पक्ष में किए गए त्याग के अनुपात में कौनसी राशि का विभाजन साझेदारों के मध्य किया जाता है?
उत्तर - ख्याति या प्रीमियम राशि का,

प्रश्न 26 - ख्याति या प्रीमियम के बदले किए गए त्याग  के अनुपात को क्या कहते हैं?
उत्तर - त्याग अनुपात,

प्रश्न 27- साझेदारों के मध्य सामान्यतः स्पष्ट रूप से दिया गया त्याग अनुपात किस रूप में होता है?
उत्तर - पुराना अनुपात, समान त्याग तथा विशिष्ट अनुपात के रूप में होता है। 

प्रश्न 28 - फर्म के पुनर्गठन के समय किसका समायोजन करना आवश्यक होता है?
उत्तर - ख्याति का,

प्रश्न 29 - लाभ विभाजन अनुपात में परिवर्तन, साझेदार के प्रवेश, साझेदार की सेवा निवृति या साझेदार की मृत्य के समय किसका समायोजन करना आवश्यक है?
उत्तर - ख्याति का,

प्रश्न 30 - साझेदार का प्रवेश, सेवानिवृति, मृत्यु तथा लाभ विभाजन अनुपात में परिवर्तन के समय क्या होता है? तथा किसकी गणना की जाती है?
उत्तर - फर्म का पुनर्जन्म होता है तथा ख्याति का मूल्यांकन (समायोजन)आवश्यक है।  

धन्यवाद!

बुधवार, 6 जनवरी 2021

लेखाशास्त्र कक्षा 12, - अध्याय 2 C, - साझेदारी लेखांकन, - आधारभूत अवधारणाएँ


लेखाशास्त्र कक्षा 12, - अध्याय 2 C, - साझेदारी लेखांकन, - आधारभूत अवधारणाएँ 


नमस्कार, मैं रामावतार कुमावत आपका स्वागत करता हूँ। 

प्रश्न 1 - संलेख सम्बन्धी मदों के आधार पर स्थिर पूँजी तथा अस्थिर पूँजी विधि में क्या अंतर है?
उत्तर -  स्थिर पूँजी विधि में आहरण, वेतन, पूँजी पर ब्याज आदि के लिए सभी समायोजन साझेदार के चालू खाते में हस्तांतरित किए जाते हैं। जबकि अस्थिर पूँजी विधि में उपरोक्त सभी समायोजन साझेदार के पूँजी खाते में हस्तांतरित किए जाते है।      

प्रश्न 2 -  पूँजी खाता शेष की स्थिरता के आधार पर स्थिर पूँजी विधि तथा अस्थिर पूँजी विधि में क्या अंतर है?
उत्तर - स्थिर पूँजी विधि में पूँजी खाता शेष सामान्यतः अपरिवर्तित रहता है। जबकि अस्थिर पूँजी विधि में पूँजी खाते का शेष साल दर साल परिवर्तित होता रहता है। 

प्रश्न 3 - जमा शेष के आधार पर स्थिर पूँजी विधि और अस्थिर पूँजी विधि में क्या अंतर है ?
उत्तर - स्थिर पूँजी खाते का शेष सदैव जमा शेष ही प्रदर्शित करता है। जबकि अस्थिर पूँजी विधि में पूँजी खाते का शेष जमा और नाम दोनों हो सकता है। 

प्रश्न 4 - साझेदारी फर्म में लाभ हानि का विभाजन किस प्रकार किया जाता है?
उत्तर - सभी साझेदारों में बनी एक सहमति के अनुपात में किया जाता है। 

प्रश्न 5 - फर्म के लाभ एवं हानियों को सभी साझेदारों द्वारा समान रूप से कब वहन किया जाता है?
उत्तर - साझेदार विलेख के इस सम्बन्ध में मौन होने पर,

प्रश्न 6 - कुल लाभ एवं हानि को सीधे स्वामी के खाते में कब हस्तांतरित किया जाता है?
उत्तर - एकल स्वामित्व की स्थिति में,

प्रश्न 7 - आहरण पर ब्याज, पूँजी पर ब्याज, वेतन व कमीशन आदि को समायोजित करने की आवश्यकता कब होती है?
उत्तर - व्यवसाय का साझेदारी में होने पर, 

प्रश्न 8 - साझेदारों के बीच लाभ सहभाजन अनुपात में लाभ एवं हानि वितरण की अंतिम राशियां दर्शाने का कार्य कौन करता है?
उत्तर - फर्म का लाभ हानि खाता,

प्रश्न 9 - फर्म के लाभ एवं हानि खाते का विस्तार मात्र कौनसा खाता है?
उत्तर - लाभ एवं हानि विनियोग खाता, 

प्रश्न 10 - साझेदारों के बीच लाभ एवं हानि को विनियोजित या विभाजित करने का कार्य कौनसा खाता करता है?
उत्तर - लाभ हानि विनियोग खाता ,

प्रश्न 11 - साझेदारों को पूँजी पर ब्याज, वेतन आदि कब नहीं दिया जाता है?
उत्तर - किसी वर्ष फर्म की हानि होने पर,

प्रश्न 12 - पूँजी पर ब्याज प्रभारित करने के लिए कोई भी साझेदार कब अधिकृत नहीं होता है?
उत्तर - विलेख में सभी साझेदारों की स्पष्ट सहमिति प्राप्त न होने पर,

प्रश्न 13 - साझेदारों द्वारा व्यवसाय में लगाई गयी पूँजी असमान हो लेकिन लाभ में भागीदारी समान होने पर क्या किया जाता है?  
उत्तर - पूँजी पर ब्याज प्रदान किया जाता है। 

प्रश्न 14 - साझेदारों की लगाई गयी पूँजी की भागीदारी समान हो लेकिन लाभ की भागीदारी असमान होने पर क्या किया जाता है?
उत्तर - पूँजी पर ब्याज प्रदान किया जाता है। 

प्रश्न 15 - साझेदारी में पूँजी पर ब्याज का परिकलन और लेखांकन कौनसी अवधि में किया जाता है?
उत्तर - पूँजी की निकासी (आहरण) या सन्निवेश की अवधि के दौरान किया जाता है। 

प्रश्न 16 - ब्याज का भुगतान लाभ की राशि के आधार पर 
सीमित कब किया जा सकता  है?
उत्तर - किसी वर्ष फर्म का अर्जित लाभ साझेदारों की पूँजी पर ब्याज की देय राशि से कम होने पर,

प्रश्न 17 - लाभों का विभाजन प्रभावकारी ढंग से पूँजी पर ब्याज के अनुपात में किस स्थिति में किया जा सकता है?
उत्तर - लाभ साझेदारों की पूँजी पर ब्याज की देय राशि से कम होने की स्थिति में,

प्रश्न 18 - पूँजी पर बनी पूरी ब्याज की राशि को लाभ से प्राप्त करने की अनुमति कब होती है?
उत्तर - सहमत दर पर ब्याज देने के लिए पर्याप्त लाभ होने पर,

प्रश्न 19 - फर्म के अतिरिक्त किसी निजी कार्य के लिए साझेदार द्वारा निकाली गयी राशि क्या कहलाती है?
उत्तर - आहरण कहलाती है। 

प्रश्न 20 - फर्म के अतिरिक्त किसी निजी कार्य हेतु साझेदार द्वारा आहरण की गयी राशि पर ब्याज कब प्रभारित होता है?
उत्तर - साझेदारी विलेख में स्पष्ट लिखित प्रावधान होने पर,

प्रश्न 21 - साझेदार द्वारा प्रतिमाह के पहले दिन एक निश्चित राशि का आहरण किया जाता है तो कुल राशि पर कितने माह के लिए ब्याज लिया जाएगा?
उत्तर - 6.5 माह  के लिए, 

प्रश्न 22 - साझेदार द्वारा प्रत्येक माह के अंतिम दिन आहरण किया जाता है तो ब्याज की गणना कितने समय के लिए की जायेगी?
उत्तर -5.5 माह के लिए,

प्रश्न 23 - साझेदार प्रति माह के मध्य एक निश्चित राशि आहरित करता है तो ब्याज की गणना कितने समय के लिए की जायेगी?
उत्तर - 6 माह के लिए परिकलन होगा। 

प्रश्न 24 - जब धन राशि एक साझेदार द्वारा प्रत्येक तिमाही के आरम्भ में आहरित की जाती है तो ब्याज की समयावधि की गणना कितनी होगी?
उत्तर - 7.5 माह अथवा 12+3/2,

प्रश्न 25 - साझेदार द्वारा प्रत्येक तिमाही के अन्त में एक निश्चित राशि आहरित की जाती है तो ब्याज गणना की समय अवधि कितनी होगी? 
उत्तर - 5.5 माह अथवा 9+0 /2,

प्रश्न 26 - अनियमित समय के अंतराल पर आहरित की गयी राशि पर ब्याज की गणना कितने समय के लिए की जाती है?
उत्तर - 6 माह के लिए,

प्रश्न 27 - जब सभी आहरणों की राशि का विवरण तो दिया गया हो परन्तु आहरणों की तिथि सुस्पष्ट न हो तब वर्ष भर की आहरित राशि को क्या मानेंगे?
उत्तर - अनियमित निकाली हुई राशि ,

प्रश्न 28 - एक स्वामित्व वाली फर्मों तथा साझेदारी फर्मों के बीच क्या अंतर होता है?
उत्तर - साझेदारी फर्म में एक अतिरिक्त लाभ व हानि विनियोग खाता होता है, जबकि एकल स्वामित्व वाली फर्मों में यह नहीं होता है। 

प्रश्न 29 - साझेदारों के बीच सहमति के साथ शर्तें आदि को समाहित करने वाला अभिलेख क्या कहलाता है?
उत्तर - साझेदारी विलेख

प्रश्न 30 - साझेदारी अधिनियम 1932 के उपयुक्त प्रावधान कब लागू होते हैं?
 उत्तर - साझेदारी विलेख में कुछ बातों के मूक होने पर,

धन्यवाद

सोमवार, 4 जनवरी 2021

അക്കൗണ്ടൻസി ക്ലാസ് 12, - അധ്യായം 2 ബി, - പങ്കാളിത്ത അക്ക ing ണ്ടിംഗ് -, ...


അക്കൗണ്ടൻസി ക്ലാസ് 12,

- അധ്യായം 2 ബി,

- പങ്കാളിത്ത അക്ക ing ണ്ടിംഗ്,

- അടിസ്ഥാനസങ്കല്പം


ഹലോ, രാമവതർ കുമാവത് നിങ്ങളെ സ്വാഗതം ചെയ്യുന്നു.

ചോദ്യം 1 - പങ്കാളികൾ തമ്മിലുള്ള ബന്ധത്തെ ബാധിക്കുന്ന എല്ലാ പ്രശ്നങ്ങളും ആരുടെ കീഴിലാണ്?
ഉത്തരം - പങ്കാളിത്തത്തിൽ കരാറിൽ അടങ്ങിയിരിക്കുന്നു.

ചോദ്യം 2 - കരാറിൽ ചില പ്രശ്നങ്ങൾ പ്രകടിപ്പിക്കാത്തപ്പോൾ എന്ത് വ്യവസ്ഥകൾ ബാധകമാണ്?
ഉത്തരം - ഇന്ത്യൻ പങ്കാളിത്ത നിയമത്തിലെ വ്യവസ്ഥകൾ 1932 ബാധകമാണ്.

ചോദ്യം 3 - പങ്കാളിത്ത അക്കൗണ്ടുകളെ ബാധിക്കുന്ന വ്യവസ്ഥകൾ എന്തൊക്കെയാണ്?
ഉത്തരം - 1. ലാഭനഷ്ട ഡിവിഷൻ അനുപാതം,
2. മൂലധനത്തിനുള്ള പലിശ,
3. പിൻവലിക്കാനുള്ള പലിശ,
4. സമാഹരിച്ച തുകയുടെ പലിശ,
5. സ്ഥാപനത്തിന്റെ പ്രവർത്തനങ്ങൾക്കായി കഠിനാധ്വാനം മുതലായവയുണ്ട്.

ചോദ്യം 4 - കരാറിന്റെ കരാർ വ്യക്തമല്ലെങ്കിലോ ലാഭത്തിലേക്കുള്ള നഷ്ടം അനുപാതത്തെക്കുറിച്ച് നിശബ്ദമാണെങ്കിലോ സ്ഥാപനത്തിന്റെ ലാഭനഷ്ടം ഏത് അനുപാതത്തിലാണ് പങ്കാളികൾക്കിടയിൽ വിഭജിക്കുക?
ഉത്തരം - തുല്യ അനുപാതത്തിൽ വിഭജിക്കപ്പെടും.

ചോദ്യം 5 - സ്ഥാപനത്തിലെ പങ്കാളികൾ നിക്ഷേപിക്കുന്ന മൂലധനത്തിന്റെ അനുപാതം തുല്യമല്ലെങ്കിൽ (തുല്യമാണ്), ലാഭനഷ്ടത്തെ തുല്യ അനുപാതത്തിൽ വിഭജിക്കുന്നത് എപ്പോഴാണ്?
ഉത്തരം - ലാഭവിഹിത അനുപാതത്തെക്കുറിച്ചുള്ള കരാർ വ്യക്തമല്ലെങ്കിലോ നിശബ്ദമാണെങ്കിലോ എല്ലാവർക്കും തുല്യ വിഭജനം ഉണ്ടാകും.

ചോദ്യം 6 - പങ്കാളികളുടെ മൂലധനത്തിന് പലിശ അടയ്ക്കാത്തപ്പോൾ?
ഉത്തരം - വ്യക്തമായ ഡീഡിന്റെ അഭാവത്തിൽ, പങ്കാളികളുടെ മൂലധനത്തിന് പലിശ നൽകില്ല.

ചോദ്യം 7 - കരാറിൽ വ്യക്തമായ പരാമർശമില്ലാതെ പങ്കാളികളെ പിൻവലിക്കുന്നതിന് എത്ര പലിശ ഈടാക്കുന്നു?
ഉത്തരം - പലിശ ഈടാക്കില്ല.

ചോദ്യം 8 - വർദ്ധിക്കുന്ന തുകയായി ഈടാക്കുന്ന മൂലധനത്തിന് ഒരു പങ്കാളിക്ക് എത്ര പലിശ നൽകാൻ കഴിയും?
ഉത്തരം - പ്രതിവർഷം 6% നൽകാം.

ചോദ്യം 9 - സ്ഥാപനത്തിന്റെ ബിസിനസ്സ് നടത്തുന്നതിന് ഏതെങ്കിലും പങ്കാളിക്ക് ശമ്പളമോ പ്രതിഫലമോ ലഭിക്കാൻ കഴിയുന്നത് എപ്പോഴാണ്?
ഉത്തരം: കർമ്മത്തിൽ വ്യക്തമായ പരാമർശമുണ്ടാകുമ്പോൾ മാത്രമേ ഒരാൾക്ക് പ്രതിഫലം ലഭിക്കൂ.

ചോദ്യം 10 ​​- ഒരു പങ്കാളിത്ത സ്ഥാപനത്തിന്റെ അക്ക performance ണ്ടിംഗ് പ്രകടനം എങ്ങനെയാണ്?
ഉത്തരം - ഏക ഉടമസ്ഥാവകാശ ബിസിനസ്സ് ഉള്ള സ്ഥാപനങ്ങളിലെന്നപോലെ.

ചോദ്യം 11 - ഏക ഉടമസ്ഥാവകാശത്തിന്റെയും പങ്കാളിത്ത സ്ഥാപനത്തിന്റെയും അക്ക performance ണ്ടിംഗ് പ്രകടനത്തിലെ അപവാദ വ്യത്യാസങ്ങൾ എന്തൊക്കെയാണ്?
 ഉത്തരം - 1. പങ്കാളിയുടെ മൂലധന അക്ക of ണ്ടിന്റെ പരിപാലനം,
2. പങ്കാളികൾക്കിടയിൽ ലാഭനഷ്ടത്തിന്റെ വിതരണം,
3. മുൻകാല ആനുകൂല്യങ്ങൾ തെറ്റായി വിനിയോഗിക്കുന്നതിനുള്ള ക്രമീകരണം,
4. പങ്കാളിത്ത സ്ഥാപനത്തിന്റെ പുന organ സംഘടനയും
5. പങ്കാളിത്ത സ്ഥാപനത്തിന്റെ പിരിച്ചുവിടൽ തുടങ്ങിയവ.

ചോദ്യം 12 - ഇതിനർത്ഥം പങ്കാളിയുമായും സ്ഥാപനവുമായും ബന്ധപ്പെട്ട എല്ലാ ഇടപാടുകളും അവരുടെ അക്കൗണ്ടുകളിൽ രേഖപ്പെടുത്തിയിട്ടുണ്ട്?
ഉത്തരം - ഇത് അവരുടെ മൂലധന അക്കൗണ്ടുകളിലൂടെ രേഖപ്പെടുത്തുന്നു.

ചോദ്യം 13 - പണം മൂലധനമായി സജ്ജീകരിച്ചു,
മൂലധനം പിൻവലിക്കൽ, ലാഭത്തിന്റെ ഒരു ഭാഗം, മൂലധനത്തിന് പലിശ, പിൻവലിക്കാനുള്ള പലിശ, പങ്കാളിയുടെ ശമ്പളം, കമ്മീഷൻ തുടങ്ങിയവ ഏത് അക്കൗണ്ടുകളിൽ രേഖപ്പെടുത്തിയിട്ടുണ്ട്?
ഉത്തരം - ഇത് പങ്കാളികളുടെ മൂലധന അക്കൗണ്ടുകളിൽ രേഖപ്പെടുത്തിയിട്ടുണ്ട്.

ചോദ്യം 14 - പങ്കാളികളുടെ മൂലധന അക്കൗണ്ടുകൾ ഏത് രണ്ട് രീതികളിൽ നിലനിർത്താൻ കഴിയും?
ഉത്തരം - 1. സ്ഥിര മൂലധന രീതിയും
2. അസ്ഥിരമായ മൂലധന രീതി.

ചോദ്യം 15 - സ്ഥിര മൂലധന അക്ക method ണ്ട് രീതിയും ഫ്ലോട്ടിംഗ് ക്യാപിറ്റൽ അക്ക method ണ്ട് രീതിയും തമ്മിലുള്ള വ്യത്യാസം എന്താണ്?
ഉത്തരം - മൂലധനം പിൻ‌വലിക്കുന്നത് പങ്കാളിയുടെ മൂലധന അക്ക to ണ്ടിലേക്ക് അധികമോ പിൻവലിക്കലോ ആയി നേരിട്ട് നടത്തുന്നുണ്ടോ എന്നതിൽ വ്യത്യാസമുണ്ട്.

ചോദ്യം 16 - പങ്കാളിത്തത്തിൽ, ഓരോ പങ്കാളിക്കും രണ്ട് അക്കൗണ്ടുകളുള്ള മൂലധന രീതി ഏതാണ്?
ഉത്തരം - നിശ്ചിത മൂലധന രീതിയിൽ, ഓരോ പങ്കാളിയുടെയും രണ്ട് അക്കൗണ്ടുകൾ സൂക്ഷിക്കുന്നു.

ചോദ്യം 17 - നിശ്ചിത മൂലധന രീതിയിലെ രണ്ട് പങ്കാളി അക്കൗണ്ടുകൾ ഏതാണ്?
ഉത്തരം -. പങ്കാളിയുടെ മൂലധന അക്ക and ണ്ടും
2. പങ്കാളിക്ക് ഒരു കറന്റ് അക്ക has ണ്ട് ഉണ്ട്.

ചോദ്യം 18 - പങ്കാളിയുടെ ഏത് അക്കൗണ്ട് നിക്ഷേപമാണ് വർഷം തോറും ശേഷിക്കുന്ന ബാലൻസ് ഏത് മൂലധന രീതിയിൽ കാണിക്കുന്നത്?
ഉത്തരം - നിശ്ചിത മൂലധന രീതിയിൽ, നിക്ഷേപ ബാലൻസുകൾ എല്ലായ്പ്പോഴും പ്രദർശിപ്പിക്കും.

ചോദ്യം 19 - ഏത് മൂലധന രീതിയിലാണ് അധിക മൂലധനം ചേർക്കാനോ മൂലധനത്തിന്റെ ഒരു ഭാഗം പിൻവലിക്കാനോ കഴിയുക?
ഉത്തരം - നിശ്ചിത മൂലധന രീതിയിൽ, പങ്കാളികളുടെ സമ്മതപ്രകാരം മാത്രമേ ഇത് സാധ്യമാകൂ.

ചോദ്യം 20 - പങ്കാളിയുടെ മൂലധന അക്ക than ണ്ട് ഒഴികെയുള്ള കറന്റ് അക്ക by ണ്ട് ലാഭ ലാഭം, മൂലധനത്തിന്റെ പലിശ, പിൻവലിക്കൽ തുടങ്ങിയ എല്ലാ ഇടപാടുകളും ഏത് മൂലധന രീതിയിലാണ് ചെയ്യുന്നത്?
ഉത്തരം - സ്ഥിരമായ മൂലധനം രീതിയിലാണ് ചെയ്യുന്നത്.

ചോദ്യം 21- ആസ്തികളിലേക്ക് നെയിം ബാലൻസും ബാധ്യതകളിലേക്കുള്ള നിക്ഷേപ ബാലൻസും ഏത് അക്കൗണ്ടിലാണ് പ്രദർശിപ്പിക്കുന്നത്?
ഉത്തരം - പങ്കാളിയുടെ കറന്റ് അക്ക of ണ്ടിന്റെ ബാലൻസ് ഷീറ്റിൽ പ്രദർശിപ്പിക്കും.

ചോദ്യം 22 - ഓരോ പങ്കാളിക്കും ഏത് മൂലധന രീതിയാണ് പരിപാലിക്കുന്നത്, അതായത്, മൂലധന അക്കൗണ്ട് മാത്രം?
ഉത്തരം - അസ്ഥിരമായ മൂലധന രീതിയിൽ പങ്കാളിയുടെ ഒരു അക്കൗണ്ട് മാത്രമേ പരിപാലിക്കൂ.

ചോദ്യം 23 - പങ്കാളിയുടെ ലാഭം, നഷ്ടം ഭാഗം, മൂലധനത്തിന്റെ പലിശ, പങ്കാളിയുടെ ശമ്പളം അല്ലെങ്കിൽ കമ്മീഷൻ മുതലായ എല്ലാ ക്രമീകരണങ്ങളും ഏത് മൂലധന രീതിയാണ് പങ്കാളിയുടെ മൂലധന അക്കൗണ്ടിൽ നേരിട്ട് രേഖപ്പെടുത്തുന്നത്?
ഉത്തരം - അസ്ഥിരമായ മൂലധനം രീതിയിൽ രേഖപ്പെടുത്തിയിട്ടുണ്ട്.

ചോദ്യം 24 - പങ്കാളിയുടെ മൂലധനത്തിലെ കുറവ് ഏത് അക്കൗണ്ടിലാണ് വർദ്ധിക്കുന്നത്?
ഉത്തരം - അസ്ഥിരമായ മൂലധനം അക്കൗണ്ടിലുണ്ട്.

ചോദ്യം 25 - അക്കൗണ്ടുകളുടെ എണ്ണത്തെ അടിസ്ഥാനമാക്കി സ്ഥിര മൂലധനവും ഫ്ലോട്ടിംഗ് ക്യാപിറ്റൽ രീതിയും തമ്മിലുള്ള വ്യത്യാസം എന്താണ്?
ഉത്തരം: നിശ്ചിത മൂലധന രീതി പ്രകാരം, ഓരോ പങ്കാളിക്കും വെവ്വേറെ രണ്ട് അക്കൗണ്ടുകൾ സജ്ജീകരിച്ചിരിക്കുന്നു, അതായത്, പങ്കാളിയുടെ മൂലധന അക്ക and ണ്ടും പങ്കാളിയുടെ കറന്റ് അക്ക .ണ്ടും. അസ്ഥിരമായ മൂലധന രീതിക്ക് ഓരോ പങ്കാളിക്കും ഒരു (മൂലധന) അക്ക have ണ്ട് ഉണ്ട്.

നന്ദി!

ಅಕೌಂಟನ್ಸಿ ಕ್ಲಾಸ್ 12, - ಅಧ್ಯಾಯ 2 ಬಿ, - ಪಾಲುದಾರಿಕೆ ಲೆಕ್ಕಪತ್ರ ನಿರ್ವಹಣೆ -, ಮ...


ಅಕೌಂಟನ್ಸಿ ಕ್ಲಾಸ್ 12, - ಅಧ್ಯಾಯ 2 ಬಿ, - ಪಾಲುದಾರಿಕೆ ಲೆಕ್ಕಪತ್ರ ನಿರ್ವಹಣೆ -, ಮೂಲ ಪರಿಕಲ್ಪನೆಗಳು

ಹಲೋ, ರಾಮವತಾರ್ ಕುಮಾವತ್ ನಿಮ್ಮನ್ನು ಸ್ವಾಗತಿಸುತ್ತಾನೆ.

ಪ್ರಶ್ನೆ 1 - ಪಾಲುದಾರರ ನಡುವಿನ ಸಂಬಂಧದ ಮೇಲೆ ಪರಿಣಾಮ ಬೀರುವ ಎಲ್ಲಾ ಸಮಸ್ಯೆಗಳು ಯಾರ ಅಡಿಯಲ್ಲಿವೆ?
ಉತ್ತರ - ಪಾಲುದಾರಿಕೆ ಪತ್ರದಲ್ಲಿ ಅಡಕವಾಗಿದೆ.

ಪ್ರಶ್ನೆ 2 - ಪತ್ರದಲ್ಲಿ ಕೆಲವು ಸಮಸ್ಯೆಗಳನ್ನು ವ್ಯಕ್ತಪಡಿಸದಿದ್ದಾಗ ಯಾವ ನಿಬಂಧನೆಗಳು ಅನ್ವಯವಾಗುತ್ತವೆ?
ಉತ್ತರ - ಭಾರತೀಯ ಪಾಲುದಾರಿಕೆ ಕಾಯ್ದೆ 1932 ರ ನಿಬಂಧನೆಗಳು ಅನ್ವಯಿಸುತ್ತವೆ.

ಪ್ರಶ್ನೆ 3 - ಪಾಲುದಾರಿಕೆ ಖಾತೆಗಳ ಮೇಲೆ ಪರಿಣಾಮ ಬೀರುವ ನಿಬಂಧನೆಗಳು ಯಾವುವು?
ಉತ್ತರ - 1. ಲಾಭ ಮತ್ತು ನಷ್ಟ ವಿಭಾಗ ಅನುಪಾತ,
2. ಬಂಡವಾಳದ ಮೇಲಿನ ಆಸಕ್ತಿ,
3. ಹಿಂತೆಗೆದುಕೊಳ್ಳುವಿಕೆಯ ಮೇಲಿನ ಆಸಕ್ತಿ,
4. ಸಂಗ್ರಹಿಸಿದ ಮೊತ್ತದ ಬಡ್ಡಿ,
5. ಸಂಸ್ಥೆಯ ಕಾರ್ಯಗಳಿಗಾಗಿ ಕಠಿಣ ಪರಿಶ್ರಮ ಇತ್ಯಾದಿಗಳಿವೆ.

ಪ್ರಶ್ನೆ 4 - ಒಪ್ಪಂದದ ಪತ್ರವು ಅಸ್ಪಷ್ಟವಾಗಿದ್ದರೆ ಅಥವಾ ಲಾಭದ ನಷ್ಟದ ಅನುಪಾತದಲ್ಲಿ ಮೌನವಾಗಿದ್ದರೆ ಸಂಸ್ಥೆಯ ಲಾಭದ ನಷ್ಟವನ್ನು ಯಾವ ಪ್ರಮಾಣದಲ್ಲಿ ಪಾಲುದಾರರ ನಡುವೆ ವಿಂಗಡಿಸಲಾಗುತ್ತದೆ?
ಉತ್ತರ - ಸಮಾನ ಪ್ರಮಾಣದಲ್ಲಿ ವಿಂಗಡಿಸಲಾಗುವುದು.

ಪ್ರಶ್ನೆ 5 - ಸಂಸ್ಥೆಯಲ್ಲಿ ಪಾಲುದಾರರು ಹೂಡಿಕೆ ಮಾಡಿದ ಬಂಡವಾಳದ ಅನುಪಾತವು ಸಮಾನವಾಗಿರದಿದ್ದಾಗ (ಸಮಾನ), ಲಾಭ ಮತ್ತು ನಷ್ಟವನ್ನು ಯಾವಾಗ ಸಮಾನ ಪ್ರಮಾಣದಲ್ಲಿ ವಿಂಗಡಿಸಲಾಗಿದೆ?
ಉತ್ತರ - ಲಾಭ ಹಂಚಿಕೆ ಅನುಪಾತದ ಒಪ್ಪಂದವು ಅಸ್ಪಷ್ಟವಾಗಿದ್ದರೆ ಅಥವಾ ಮ್ಯೂಟ್ ಆಗಿದ್ದರೆ ಎಲ್ಲರ ನಡುವೆ ಸಮಾನ ವಿಭಜನೆ ಇರುತ್ತದೆ.

ಪ್ರಶ್ನೆ 6 - ಪಾಲುದಾರರ ಬಂಡವಾಳದ ಮೇಲೆ ಬಡ್ಡಿಯನ್ನು ಪಾವತಿಸದಿದ್ದಾಗ?
ಉತ್ತರ - ಸ್ಪಷ್ಟ ಪತ್ರದ ಅನುಪಸ್ಥಿತಿಯಲ್ಲಿ, ಪಾಲುದಾರರ ಬಂಡವಾಳದ ಮೇಲೆ ಬಡ್ಡಿಯನ್ನು ಪಾವತಿಸಲಾಗುವುದಿಲ್ಲ.

ಪ್ರಶ್ನೆ 7 - ಪತ್ರದಲ್ಲಿ ಸ್ಪಷ್ಟ ಉಲ್ಲೇಖವಿಲ್ಲದೆ ಪಾಲುದಾರರನ್ನು ಹಿಂತೆಗೆದುಕೊಳ್ಳುವಲ್ಲಿ ಎಷ್ಟು ಬಡ್ಡಿ ವಿಧಿಸಲಾಗುತ್ತದೆ?
ಉತ್ತರ - ಯಾವುದೇ ಬಡ್ಡಿ ವಿಧಿಸಲಾಗುವುದಿಲ್ಲ.

ಪ್ರಶ್ನೆ 8 - ಹೆಚ್ಚುತ್ತಿರುವ ಮೊತ್ತವಾಗಿ ವಿಧಿಸುವ ಬಂಡವಾಳದ ಮೇಲೆ ಪಾಲುದಾರರಿಂದ ಎಷ್ಟು ಬಡ್ಡಿ ಪಾವತಿಸಬಹುದು?
ಉತ್ತರ - ವರ್ಷಕ್ಕೆ 6% ನೀಡಬಹುದು.

ಪ್ರಶ್ನೆ 9 - ಸಂಸ್ಥೆಯ ವ್ಯವಹಾರವನ್ನು ನಡೆಸಲು ಯಾವುದೇ ಪಾಲುದಾರನಿಗೆ ಯಾವಾಗ ಸಂಬಳ ಅಥವಾ ಸಂಭಾವನೆ ಸಿಗುತ್ತದೆ?
ಉತ್ತರ: ಪತ್ರದಲ್ಲಿ ಸ್ಪಷ್ಟವಾದ ಉಲ್ಲೇಖವಿದ್ದಾಗ ಮಾತ್ರ ಒಬ್ಬರಿಗೆ ಸಂಭಾವನೆ ಸಿಗುತ್ತದೆ.

ಪ್ರಶ್ನೆ 10 - ಪಾಲುದಾರಿಕೆ ಸಂಸ್ಥೆಗೆ ಲೆಕ್ಕಪರಿಶೋಧಕ ಕಾರ್ಯಕ್ಷಮತೆ ಹೇಗೆ?
ಉತ್ತರ - ಏಕಮಾತ್ರ ಮಾಲೀಕತ್ವದ ವ್ಯವಹಾರ ಹೊಂದಿರುವ ಸಂಸ್ಥೆಗಳಂತೆ.

ಪ್ರಶ್ನೆ 11 - ಏಕಮಾತ್ರ ಮಾಲೀಕತ್ವ ಮತ್ತು ಪಾಲುದಾರಿಕೆ ಸಂಸ್ಥೆಯ ಲೆಕ್ಕಪರಿಶೋಧಕ ಕಾರ್ಯಕ್ಷಮತೆಯ ವಿನಾಯಿತಿ ವ್ಯತ್ಯಾಸಗಳು ಯಾವುವು?
 ಉತ್ತರ - 1. ಪಾಲುದಾರರ ಬಂಡವಾಳ ಖಾತೆಯ ನಿರ್ವಹಣೆ,
2. ಪಾಲುದಾರರಲ್ಲಿ ಲಾಭ ಮತ್ತು ನಷ್ಟದ ವಿತರಣೆ,
3. ಹಿಂದಿನ ಪ್ರಯೋಜನಗಳನ್ನು ತಪ್ಪಾಗಿ ಸ್ವಾಧೀನಪಡಿಸಿಕೊಳ್ಳಲು ಹೊಂದಾಣಿಕೆ,
4. ಪಾಲುದಾರಿಕೆ ಸಂಸ್ಥೆಯ ಮರುಸಂಘಟನೆ ಮತ್ತು
5. ಪಾಲುದಾರಿಕೆ ಸಂಸ್ಥೆಯ ವಿಸರ್ಜನೆ ಇತ್ಯಾದಿ.

ಪ್ರಶ್ನೆ 12 - ಇದರರ್ಥ ಪಾಲುದಾರ ಮತ್ತು ಸಂಸ್ಥೆಗೆ ಸಂಬಂಧಿಸಿದ ಎಲ್ಲಾ ವಹಿವಾಟುಗಳನ್ನು ಅವರ ಖಾತೆಗಳಲ್ಲಿ ದಾಖಲಿಸಲಾಗುತ್ತದೆ?
ಉತ್ತರ - ಇದನ್ನು ಅವರ ಬಂಡವಾಳ ಖಾತೆಗಳ ಮೂಲಕ ದಾಖಲಿಸಲಾಗುತ್ತದೆ.

ಪ್ರಶ್ನೆ 13 - ಹಣವನ್ನು ಬಂಡವಾಳವಾಗಿ ಸ್ಥಾಪಿಸಲಾಗಿದೆ,
ಬಂಡವಾಳವನ್ನು ಹಿಂತೆಗೆದುಕೊಳ್ಳುವುದು, ಲಾಭದ ಭಾಗ, ಬಂಡವಾಳದ ಮೇಲಿನ ಬಡ್ಡಿ, ವಾಪಸಾತಿಯ ಮೇಲಿನ ಬಡ್ಡಿ, ಪಾಲುದಾರರ ಸಂಬಳ ಮತ್ತು ಆಯೋಗ ಇತ್ಯಾದಿಗಳನ್ನು ಯಾವ ಖಾತೆಗಳಲ್ಲಿ ದಾಖಲಿಸಲಾಗುತ್ತದೆ?
ಉತ್ತರ - ಇದನ್ನು ಪಾಲುದಾರರ ಬಂಡವಾಳ ಖಾತೆಗಳಲ್ಲಿ ದಾಖಲಿಸಲಾಗಿದೆ.

ಪ್ರಶ್ನೆ 14 - ಪಾಲುದಾರರ ಬಂಡವಾಳ ಖಾತೆಗಳನ್ನು ಯಾವ ಎರಡು ವಿಧಾನಗಳಲ್ಲಿ ನಿರ್ವಹಿಸಬಹುದು?
ಉತ್ತರ - 1. ಸ್ಥಿರ ಬಂಡವಾಳ ವಿಧಾನ ಮತ್ತು
2. ಅಸ್ಥಿರ ಬಂಡವಾಳ ವಿಧಾನ.

ಪ್ರಶ್ನೆ 15 - ಸ್ಥಿರ ಬಂಡವಾಳ ಖಾತೆ ವಿಧಾನ ಮತ್ತು ತೇಲುವ ಬಂಡವಾಳ ಖಾತೆ ವಿಧಾನದ ನಡುವಿನ ವ್ಯತ್ಯಾಸವೇನು?
ಉತ್ತರ - ಬಂಡವಾಳದ ಹಿಂಪಡೆಯುವಿಕೆಯನ್ನು ನೇರವಾಗಿ ಪಾಲುದಾರರ ಬಂಡವಾಳ ಖಾತೆಗೆ ಹೆಚ್ಚುವರಿ ಅಥವಾ ವಾಪಸಾತಿ ಎಂದು ಸೇರಿಸಲಾಗಿದೆಯೆ ಎಂಬ ನಡುವಿನ ವ್ಯತ್ಯಾಸ ಇದು.

ಪ್ರಶ್ನೆ 16 - ಪಾಲುದಾರಿಕೆಯಲ್ಲಿ, ಪ್ರತಿ ಪಾಲುದಾರನು ಎರಡು ಖಾತೆಗಳನ್ನು ಹೊಂದಿರುವ ಬಂಡವಾಳ ವಿಧಾನದಲ್ಲಿ?
ಉತ್ತರ - ಸ್ಥಿರ ಬಂಡವಾಳ ವಿಧಾನದಲ್ಲಿ, ಪ್ರತಿ ಪಾಲುದಾರರ ಎರಡು ಖಾತೆಗಳನ್ನು ಇಡಲಾಗುತ್ತದೆ.

ಪ್ರಶ್ನೆ 17 - ಸ್ಥಿರ ಬಂಡವಾಳ ವಿಧಾನದಲ್ಲಿ ಎರಡು ಪಾಲುದಾರರ ಖಾತೆಗಳು ಯಾವುವು?
ಉತ್ತರ -. ಪಾಲುದಾರರ ಬಂಡವಾಳ ಖಾತೆ ಮತ್ತು
2. ಪಾಲುದಾರನು ಪ್ರಸ್ತುತ ಖಾತೆಯನ್ನು ಹೊಂದಿದ್ದಾನೆ.

ಪ್ರಶ್ನೆ 18 - ಪಾಲುದಾರರ ಯಾವ ಖಾತೆ ಠೇವಣಿಗಳು ಉಳಿದ ಬಂಡವಾಳವನ್ನು ವರ್ಷದಿಂದ ವರ್ಷಕ್ಕೆ ಯಾವ ಬಂಡವಾಳ ವಿಧಾನದಲ್ಲಿ ತೋರಿಸುತ್ತದೆ?
ಉತ್ತರ - ಸ್ಥಿರ ಬಂಡವಾಳ ವಿಧಾನದಲ್ಲಿ, ಠೇವಣಿ ಬಾಕಿಗಳನ್ನು ಯಾವಾಗಲೂ ಪ್ರದರ್ಶಿಸಲಾಗುತ್ತದೆ.

ಪ್ರಶ್ನೆ 19 - ಹೆಚ್ಚುವರಿ ಬಂಡವಾಳವನ್ನು ಸೇರಿಸಲು ಅಥವಾ ಬಂಡವಾಳದ ಒಂದು ಭಾಗವನ್ನು ಹಿಂಪಡೆಯಲು ಯಾವ ಬಂಡವಾಳ ವಿಧಾನದಲ್ಲಿ ಸಾಧ್ಯ?
ಉತ್ತರ - ಸ್ಥಿರ ಬಂಡವಾಳ ವಿಧಾನದಲ್ಲಿ, ಪಾಲುದಾರರ ಒಪ್ಪಿಗೆಯ ಪ್ರಕಾರ ಮಾತ್ರ ಇದು ಸಾಧ್ಯ.

ಪ್ರಶ್ನೆ 20 - ಪಾಲುದಾರರ ಬಂಡವಾಳ ಖಾತೆಯನ್ನು ಹೊರತುಪಡಿಸಿ ಚಾಲ್ತಿ ಖಾತೆಯಿಂದ ಲಾಭ ಹಂಚಿಕೆ, ಬಂಡವಾಳದ ಮೇಲಿನ ಬಡ್ಡಿ, ವಾಪಸಾತಿ ಇತ್ಯಾದಿಗಳ ಎಲ್ಲಾ ವಹಿವಾಟುಗಳನ್ನು ಯಾವ ಬಂಡವಾಳ ವಿಧಾನದಲ್ಲಿ ಮಾಡಲಾಗುತ್ತದೆ?
ಉತ್ತರ - ಸ್ಥಿರ ಬಂಡವಾಳವನ್ನು ವಿಧಾನದಲ್ಲಿ ಮಾಡಲಾಗುತ್ತದೆ.

ಪ್ರಶ್ನೆ 21- ಯಾವ ಖಾತೆಯಲ್ಲಿ ಹೆಸರು ಬಾಕಿ ಆಸ್ತಿಗಳ ಕಡೆಗೆ ಮತ್ತು ಠೇವಣಿ ಬಾಕಿ ಮೊತ್ತವನ್ನು ಹೊಣೆಗಾರಿಕೆಗಳ ಕಡೆಗೆ ಪ್ರದರ್ಶಿಸಲಾಗುತ್ತದೆ?
ಉತ್ತರ - ಪಾಲುದಾರರ ಪ್ರಸ್ತುತ ಖಾತೆಯ ಬ್ಯಾಲೆನ್ಸ್ ಶೀಟ್‌ನಲ್ಲಿ ಪ್ರದರ್ಶಿಸಲಾಗುತ್ತದೆ.

ಪ್ರಶ್ನೆ 22 - ಪ್ರತಿ ಪಾಲುದಾರರಿಗೆ ಯಾವ ಬಂಡವಾಳ ವಿಧಾನವನ್ನು ನಿರ್ವಹಿಸಲಾಗುತ್ತದೆ, ಅಂದರೆ, ಕೇವಲ ಬಂಡವಾಳ ಖಾತೆ?
ಉತ್ತರ - ಬಾಷ್ಪಶೀಲ ಬಂಡವಾಳ ವಿಧಾನದಲ್ಲಿ, ಪಾಲುದಾರರ ಒಂದು ಖಾತೆಯನ್ನು ಮಾತ್ರ ನಿರ್ವಹಿಸಲಾಗುತ್ತದೆ.

ಪ್ರಶ್ನೆ 23 - ಪಾಲುದಾರರ ಲಾಭ ಮತ್ತು ನಷ್ಟದ ಭಾಗ, ಬಂಡವಾಳದ ಮೇಲಿನ ಬಡ್ಡಿ, ಪಾಲುದಾರರ ಸಂಬಳ ಅಥವಾ ಆಯೋಗ ಮುಂತಾದ ಎಲ್ಲಾ ಹೊಂದಾಣಿಕೆಗಳನ್ನು ಯಾವ ಬಂಡವಾಳ ವಿಧಾನದಲ್ಲಿ ನೇರವಾಗಿ ಪಾಲುದಾರರ ಬಂಡವಾಳ ಖಾತೆಯಲ್ಲಿ ದಾಖಲಿಸಲಾಗುತ್ತದೆ?
ಉತ್ತರ - ಅಸ್ಥಿರ ಬಂಡವಾಳವನ್ನು ವಿಧಾನದಲ್ಲಿ ದಾಖಲಿಸಲಾಗಿದೆ.

ಪ್ರಶ್ನೆ 24 - ಪಾಲುದಾರರ ಬಂಡವಾಳದ ಇಳಿಕೆ ಯಾವ ಖಾತೆಯಲ್ಲಿ ಹೆಚ್ಚಾಗುತ್ತದೆ?
ಉತ್ತರ - ಅಸ್ಥಿರ ಬಂಡವಾಳವು ಖಾತೆಯಲ್ಲಿದೆ.

ಪ್ರಶ್ನೆ 25 - ಖಾತೆಗಳ ಸಂಖ್ಯೆಯನ್ನು ಆಧರಿಸಿ ಸ್ಥಿರ ಬಂಡವಾಳ ಮತ್ತು ತೇಲುವ ಬಂಡವಾಳ ವಿಧಾನದ ನಡುವಿನ ವ್ಯತ್ಯಾಸವೇನು?
ಉತ್ತರ - ಸ್ಥಿರ ಬಂಡವಾಳ ವಿಧಾನದಡಿಯಲ್ಲಿ, ಪ್ರತಿ ಪಾಲುದಾರರಿಗೆ ಎರಡು ಖಾತೆಗಳನ್ನು ಪ್ರತ್ಯೇಕವಾಗಿ ಹೊಂದಿಸಲಾಗಿದೆ, ಅಂದರೆ, ಪಾಲುದಾರರ ಬಂಡವಾಳ ಖಾತೆ ಮತ್ತು ಪಾಲುದಾರರ ಪ್ರಸ್ತುತ ಖಾತೆ. ಬಾಷ್ಪಶೀಲ ಬಂಡವಾಳ ವಿಧಾನವು ಪ್ರತಿ ಪಾಲುದಾರರಿಗೆ ಒಂದು (ಬಂಡವಾಳ) ಖಾತೆಯನ್ನು ಹೊಂದಿರುತ್ತದೆ.

ಧನ್ಯವಾದಗಳು!

એકાઉન્ટન્સી વર્ગ 12, - અધ્યાય 2 બી, - ભાગીદારી એકાઉન્ટિંગ -, મૂળભૂત ખ્યાલો

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